सावन का महीना 4 जुलाई, मंगलवार से शुरू हो चुका है. इस महीने में भोलेनाथ की पूजा का खास महत्व है.
भारत में शिव भगवान के 12 ज्योतिर्लिंग हैं, जिनमें एक को खुद भगवान श्रीराम ने स्थापित किया है.
जब भगवान श्रीराम लंका विजय करके लौट रहे थे तो उन्होंने समुद्र के किनारे एक जगह पर शिवलिंग स्थापित किया था.
दरअसल, हिंदू मान्यताओं के अनुसार, रावण का वध करने से श्रीराम के ऊपर ब्रह्म हत्या का दोष लगा था.
श्रीराम का ये दोष सिर्फ शिवलिंग की स्थापना करके ही दूर किया जा सकता था. जिस वजह से लौटते समय ही शिवलिंग की स्थापना की.
आज के समय में वह जगह रामेश्वरम के नाम से पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. लाखों की तादाद में लोग सावन में वहां जल चढ़ाते हैं.
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, सावन के महीने में रामेश्वरम में जलाभिषेक करने का काफी खास महत्व है.
मान्यता है कि रामेश्वरम में भगवान शिव की विधिवत पूजा करने से ब्रह्महत्या जैसे दोष से मुक्ति मिल जाती है.
रामेश्वरम को भारत का दक्षिण काशी भी कहा जाता है. यहां की धरती को शिवजी और श्रीराम की कृपा से मोक्ष देने का आशीर्वाद प्राप्त है.