1 sep 2024
aajtak.in
भाद्रपद माह की अमावस्या 2 सितंबर यानी कल मनाई जाएगी. सनातन धर्म में अमावस्या तिथि बहुत ही खास मानी जाती है.
भाद्रपद अमावस्या को सोमवती अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को सोमवती अमावस्या मनाई जाती है.
इस बार सोमवती अमावस्या बहुत ही खास मानी जा रही है क्योंकि इस दिन शिव योग, सिद्ध योग और मघा नक्षत्र का निर्माण हो रहा है.
अमावस्या के दिन स्नान हमेशा ब्रह्म मुहूर्त में करना चाहिए. कल स्नान-दान का समय सुबह 4:29 मिनट से 5:15 मिनट तक रहेगा.
सोमवती अमावस्या पर कल पूजन के लिए सुबह 6 बजकर 09 मिनट से लेकर सुबह 7 बजकर 44 मिनट तक रहेगा.
अमावस्या के दिन पूजन अभिजीत मुहूर्त में किया जा सकता है. यह मुहूर्त भी शुभ माना जाता है.
सोमवती अमावस्या के दिन स्नानादि के बाद साफ सुथरे वस्त्र पहनें. फिर एक चौकी पर भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें.
फिर अपने पितरों को याद करें और उनसे जुड़े कार्य करें. फिर पितरों के नाम का तर्पण करें.
सोमवती अमावस्या के दिन घर में पौधे लगाएं. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करें और फिर 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का 108 बार जाप करते हुए पीपल के पेड़ की परिक्रमा करें.