17 नवंबर यानी शुक्रवार से अगले एक महीने तक के लिए सूर्य वृश्चिक राशि में गोचर करने जा रहे हैं. आइए जानते हैं कि सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर का किन-किन राशियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
वृषभ राशि वालों के लिए सूर्य चौथे भाव के स्वामी हैं. सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर सातवें भाव यानी वैवाहिक जीवन और साझेदारी के भाव में होने जा रहा है. ऐसे में सूर्य की मौजूदगी वैवाहिक जीवन के लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रही है.
अहंकार के कारण जीवनसाथी के साथ संबंध में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं. इसलिए अपने विवाद को निजी रखते हुए खुद ही सुलझाने का प्रयास करें.
जीवनसाथी के साथ विवाद में परिवार के अन्य सदस्यों को शामिल न करें आपको अपने वैवाहिक जीवन पर अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है.
वृषभ राशि के जातक जो अविवाहित हैं उन्हें इस दौरान शादी-विवाह जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचने की सलाह दी जाती है. क्योंकि यह अवधि आपके लिए शुभ साबित होती नहीं दिख रही है.
कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य दूसरे भाव के स्वामी हैं. सूर्य का गोचर आपके पांचवें भाव में होने जा रहा है.
पांचवें भाव में सूर्य का गोचर होने के कारण आपको बिजनेस डील करने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. लाभ प्राप्त करने में असफल हो सकते हैं.
सूर्य उग्रता और अहंकार का ग्रह है इसलिए आपको अहंकार के कारण जीवनसाथी के साथ संबंध में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं.
सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर के कारण आपका प्रेम जीवन भी प्रभावित हो सकता है. इस दौरान साथी के साथ वाद-विवाद होने की आशंका है.