साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर दिन शनिवार को लगने वाला है. यह सूर्य ग्रहण सर्वपितृ अमावस्या के दिन लगेगा.
इस बार लगने वाला सूर्य ग्रहण वलयाकार होगा. हालांकि, यह सूर्य ग्रहण न तो भारत में दिखाई देगा और न ही इसका सूतक काल मान्य है.
सनातन धर्म में सूर्य ग्रहण की घटना बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है और इस अवधि में तुलसी से जुड़ी गलतियां नहीं करनी चाहिए.
1. सूर्य ग्रहण की अवधि में तुलसी के पौधे को कभी स्पर्श नहीं करना चाहिए. ऐसा करना अशुभ समझा जाता है.
2. ग्रहण काल में खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाले जाते हैं. लेकिन ये पत्ते कभी भी ग्रहण काल में नहीं तोड़ने चाहिए.
ग्रहण काल में तुलसी के पत्ते तोड़ने से धन की देवी मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं. इसलिए ये गलती बिल्कुल न करें.
3. ग्रहण का अशुभ प्रभाव तुलसी के औषधीय गुणों पर भी होता है. इसलिए तुलसी के गमले पर गेरू लगाने से पौधे का बचाव किया जा सकता है.
4. ग्रहण काल में तुलसी के पौधे को खुले में रखने से बचें. ग्रहण काल में तुलसी को सूती कपड़े से ढककर रखना उत्तम होता है.
5. यदि आप ग्रहण से पहले तुलसी के पत्ते तोड़ रहे हैं तो इसे नाखून या झटके से न तोड़ें. पहले तुलसी को प्रणाम करें. फिर हल्के हाथ से तुलसी दल लें.