ग्रहण काल में होगा मां दुर्गा का आगमन, क्या होगी कलशस्थापना, जानें प्रभाव

8 अप्रैल, सोमवार को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है और उसके अगले दिन से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है. 

सूर्य ग्रहण के दिन चैत्र मास की अमावस्या भी है. ज्योतिषियों की मानें तो ग्रहण की घटना बहुत ही अशुभ मानी जाती है. 

साथ ही ग्रहण के बाद ही चैत्र नवरात्रि की शुरुआत भी हो जाएगी. हालांकि, सूर्य ग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा. 

इस बार सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को रात 9 बजकर 12 मिनट पर शुरू हो जाएगा और इसका समापन 9 अप्रैल को रात 1 बजकर 20 मिनट पर होगा. 

वहीं, उसके बाद चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि 8 अप्रैल को रात 11 बजकर 50 मिनट से शुरू हो जाएगी और इसकी तिथि का समापन 9 अप्रैल को रात 8 बजकर 30 मिनट पर होगा. 

इस दिन कलशस्थापना का मुहूर्त सुबह 6:02 मिनट से लेकर सुबह 10:16 मिनट तक होगी. इसकी अवधि 4 घंटे 14 मिनट की रहेगी. इसके अलावा अभिजित मुहूर्त सुबह 11:57 मिनट से लेकर दोपहर 12:48 मिनट तक रहेगी.

कलशस्थापना का मुहूर्त

हालांकि, यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. जिसके चलते भारत में सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. 

साथ ही सूर्य ग्रहण के बाद आसानी से घटस्थापना भी की जा सकती है और मां दुर्गा का पूजा पाठ भी. यानी चैत्र नवरात्रि पर सूर्य ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. 

सूर्य ग्रहण का नवरात्रि पर प्रभाव

साल का पहला सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, मैक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा से होकर गुजरेगा. इस सूर्यग्रहण को कनाडा, मेक्सिको, यूनाइटेड स्टेट्स, ग्रीनलैंड, आयरलैंड, यूनाइटेड किंग्डम और वेनेजुएला समेत दुनिया के कुछ हिस्सों से देखा जाएगा. 

कहां कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण