साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर यानी आज लगने जा रहा है. यह एक कंकड़ाकृत सूर्य ग्रहण है.
हालांकि, यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं है. इसलिए, इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा.
दरअसल, सूर्य ग्रहण का समापन 15 अक्टूबर मध्यरात्रि में 2 बजकर 25 मिनट पर होगा उसके बाद नवरात्रि शुरू हो जाएगी.
शारदीय नवरात्रि की शुरुआत सूर्य ग्रहण के बाद हो जाएगी. आइए जानते हैं कि नवरात्रि का घटस्थापना का क्या मुहूर्त रहेगा.
प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर को रात 11:24 मिनट पर शुरू होगी और इस तिथि का समापन 15 अक्टूबर को रात 12:32 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार, शारदीय नवरात्रि इस बार 15 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी.
कलशस्थापना का मुहूर्त सुबह 6:30 मिनट से सुबह 8:47 मिनट तक रहेगा और इस दिन अभिजित मुहूर्त सुबह 11:48 मिनट से दोपहर 12:36 मिनट तक रहेगा.
कलश, मौली, आम के पत्ते, रोली, गंगाजल, सिक्का, गेंहू या अक्षत, मिट्टी का बर्तन, शुद्ध मिट्टी, गेहूं या जौ, मिट्टी पर रखने के लिए एक साफ कपड़ा, साफ जल, और कलावा, पीतल या मिट्टी का दीपक, घी, रूई बत्ती, रोली या सिंदूर, अक्षत आदि.
सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद स्वच्छ कपड़े पहनें. पूजा की थाल सजाएं. मां दर्गा की प्रतिमा को लाल रंग के वस्त्र में रखें. मिट्टी के बर्तन में जौ के बीज बोएं और नवमी तक प्रति दिन पानी का छिड़काव करें.
उसके बाद कलश की स्थापना करें. फिर कलश पर लाल कपड़ा लपेंटे और अब इसे मिट्टी के बर्तन के पास रख दें.