23 JAN 2025
aajtak.in
ठाकुर जी और राधारानी के भक्त यानी वृंदावन के जाने माने उपदेशक बाबा प्रेमानंद महाराज अक्सर लोगों को जीवन से जुड़ीं समस्याओं का हल बताते हैं.
वहीं, एक भक्त ने महाराज जी के सामने अपनी समस्या रखते हुए बताया कि, 'सुबह जल्दी नहीं उठा जाता है.'
तो इसपर प्रेमानंद महाराज ने उत्तर देते हुए बोले कि, 'अगर आप किसी तरह का आलस्य कर रहे हैं और सुबह 6:30 बजे तक उठ रहे हैं. तो इसका मतलब आप ब्रह्मचर्य का पालन नहीं कर रहे हैं.'
'शास्त्रसम्मत महापुरुषों ने भी अनुभव किया है कि जो व्यक्ति सुबह 4 बजे से 6 बजे के बीच शयन करते हैं. वो व्यक्ति कभी भी ब्रह्मचर्य का पालन नहीं कर सकता है.'
आगे प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'रात में या तो 2, 3 बजे तक भजन किया हो, वह व्यक्ति देरी तक सो सकता है.'
'लेकिन ब्रह्ममुहूर्त में अगर कोई व्यक्ति शयन करता है तो यह बहुत ही बड़ी हानि है. कितना भी सत्संग सुन लो या भजन सुन लो लेकिन अगर ब्रह्ममुहूर्त में सोते रहोगे तो कुछ भी हासिल नहीं होगा.'
फिर प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'जो भी उपासक ब्रह्ममुहूर्त में उठता है उसपर भगवान का आशीर्वाद बना रहता है.'
'सुबह 4 बजे से 6 बजे का समय बहुत शक्तिशाली होता है और इस समय भगवान का भजन करना बहुत ही अच्छा है.'