इस बार देवउठनी एकादशी 04 नवंबर यानी आज के दिन मनाई जा रही है. इसे देवोत्थान एकादशी, हरि प्रबोधनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है.
यह कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है. इस दिन भगवान विष्णु 4 महीने की योग निद्रा से जागते हैं.
आइए जानते हैं कि आज के दिन तुलसी से जुड़ी कौन सी गलतियां नहीं करनी है.
एकादशी के दिन तुलसी का बड़ा महत्व माना जाता है. आयुर्वेद के हिसाब से भी तुलसी सेहत के लिए बड़ी फायदेमंद मानी जाती है.
एकादशी के दिन तुलसी के पौधे को जल अर्पित नहीं करना चाहिए.
एकादशी के दिन तुलसी के पत्तों को तोड़ना भी अशुभ माना जाता है. ऐसा करने से माता तुलसी नाराज हो जाती हैं.
रविवार के दिन तुलसी के पौधे तोड़ना और जल अर्पित करना दोनों अशुभ माना जाता है.
वास्तु के हिसाब से तुलसी को उत्तर, पूर्व दिशा में ही रखना चाहिए. गलत दिशा में रखना बेहद अशुभ माना जाता है.
तुलसी के पौधे के पास जूते चप्पल, कूड़ा या झाड़ू नहीं रखने चाहिए.
तुलसी के साथ भूलकर भी कांटेदार पौधें नहीं रखने चाहिए जैसे- कैक्टस आदि.