कल इन शुभ योगों में किया जाएगा तुलसी विवाह, जानें मुहूर्त और पूजन विधि

हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को तुलसी विवाह मनाया जाता है. 

इस बार तुलसी विवाह 24 नवंबर, शुक्रवार यानी कल मनाया जाएगा. इस दिन माता तुलसी का भगवान शालिग्राम से विवाह करवाया जाता है. 

माना जाता है कि जो व्यक्ति तुलसी विवाह का अनुष्ठान करवाता है उसे उतना ही पुण्य प्राप्त होता है, जितना कन्यादान से मिलता है.

तुलसी विवाह इस बार बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग बनना जा रहा है और साथ ही गजकेसरी योग भी बनने जा रहा है.

तुलसी विवाह शुभ योग

कल तुलसी विवाह का एक मुहूर्त सुबह 11:28 बजे से दोपहर 12:11 तक और इसके बाद दोपहर 01:37 बजे से दोपहर 02:20 बजे तक. इसके अलावा सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग में भी तुलसी विवाह करवाया जाता है. 

तुलसी विवाह मुहूर्त

कल सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन रहेगा और अमृत सिद्धि योग सुबह 6 बजकर 51 मिनट से लेकर शाम 4 बजकर 1 मिनट तक रहेगा. 

तुलसी विवाह के दिन द्वादशी तिथि 23 नवंबर को रात 9 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी और समापन 24 नवंबर को शाम 7 बजकर 6 मिनट पर होगा. 

तुलसी विवाह तिथि

तुलसी के गमले को सजाएं और उसके चारों ओर गन्ने का मंडप बनाकर उस पर सुहाग की प्रतीक चुनरी ओढ़ाएं. गमले को साड़ी में लपेटकर तुलसी को चूड़ी पहनाकर श्रृंगार करें. 

तुलसी विवाह पूजन विधि

उसके बाद भगवान शालिग्राम और माता तुलसी की उपासना करें. फिर भगवान शालिग्राम की मूर्ति का सिंहासन हाथ में लेकर तुलसी जी की सात परिक्रमा लगवाएं.