देवउठनी एकादशी के अगले दिन तुलसी विवाह होता है. कहते हैं कि इस भगवान विष्णु ने इसी दिन शालिग्राम रूप में तुलसी से विवाह किया था.
इस साल तुलसी विवाह 24 नवंबर को कराया जाएगा. कहते हैं कि इस दिन तुलसी की विधिवत पूजा से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
लेकिन तुलसी विवाह के दिन कुछ गलतियां करने बचना चाहिए. अन्यथा इसके परिणाम बुरे हो सकते हैं.
1. यदि आप शाम के समय तुलसी की पूजा करते हैं तो इसके पौधे को स्पर्श बिल्कुल न करें. इससे भी देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं.
2. ऐसी मान्यताएं हैं कि तुलसी पूजन के समय महिलाओं को बाल खुले नहीं रखने चाहिए. तुलसी पूजा के समय बालों को बांधकर रखें.
4. कुछ लोग तुलसी को चुनरी ओढ़ाने के बाद उसे बदलते नहीं हैं, जबकि अन्य देवी-देवताओं की तरह तुलसी के वस्त्र भी बदलने चाहिए.
5. तुलसी में जल अर्पित करने के बाद परिक्रमा करना न भूलें. तुलसी में जल देने के बाद कम से कम उसकी 3 बार परिक्रमा जरूर करें.
6. तुलसी को कभी एकादशी या रविवार के दिन जल नहीं चढ़ाना चाहिए. कहते हैं कि इस दिन तुलसी का उपवास होता है.