हस्तरेखा शास्त्र में हथेली की तीन ऐसी रेखाओं के बारे में बताया गया है, जिनके होने से जीवन ज्यादा दुखी और संघर्षपूर्ण बन जाता है.
आइए आपको बताते हैं कि हथेली पर ये रेखाएं कहां होती हैं और इनके होने से जीवन में किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
किसी भी पर्वत पर सर्किल लाइन यानी वलयाकार रेखाएं हों तो यह उस पर्वत के सकारात्मक प्रभाव को कम कर देती हैं और बाधाएं लाती है.
यदि हथेली में स्वास्थ्य रेखा जीवन रेखा से मिली हुई हो तो जातक आजीवन किसी न किसी रोग बीमारी से घिरा रहता है.
यदि स्वास्थ्य रेखा में से छोटी रेखाएं निकलकर चंद्र स्थान तक चली जाएं तो जातक को मनोविकार या गुप्त रोग की संभावना बढ़ जाती है.
जीवन रेखा को काटने वाली छोटी-छोटी रेखाओं को बैरियर लाइन्स कहा जाता. यह रेखाएं जीवन में रोग, मुसीबत और दुर्घटनाओं को दर्शाती हैं.
बैरियल लाइन्स अगर गहरी हों तो इसे और भी ज्यादा चिंताजनक माना जाता है. इसके आस-पास काले धब्बे भी अशुभ होते हैं.
हथेली पर द्वीप के निशान को भी अशुभ समझा जाता है. यदि मस्तिष्क रेखा पर द्वीप का निशान हो तो व्यक्ति को बड़े कष्ट झेलने पड़ते हैं.