कौन हैं बाबा बौखनाग? जानें सुरंग से सुरक्षित निकले 41 मजदूरों से क्या है कनेक्शन

29 NOV 2023

उत्तरकाशी की सिल्क्यारा सुरंग में 17 दिन से फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. इस सफल ऑपरेशन के बाद बाबा बौखनाग की चर्चा बहुत तेज हो गई है.

मजदूरों के सुरंग से बाहर आने के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्‍कर सिंह धामी ने भी इस सफल ऑपरेशन को बाबा बौखनाख की असीम कृपा बताया.

बता दें कि इस हादसे के दौरान स्थानीय लोगों का कहना था कि बाबा बौखनाग के दैवीय प्रकोप के कारण ही यह सुरंग हादसा हुआ है.

बाबा बौखनाग के प्रकोप की बात सामने आने के बाद खुद सीएम धामी और इंटरनेशनल टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स ने बाबा बौखनाग की पूजा की थी.

सिलक्यारा सुरंग के ठीक ऊपर जंगल में बौख नाग देवता का मंदिर है. बाबा बौख नाग पहाड़ों के देवता हैं. बाबा बौखनाग को इस इलाके का रक्षक माना जाता है.

कौन हैं बाबा बौखनाग?

Credit: ANI

हर साल हजारों श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं. मान्‍यता है कि इस मंदिर तक नंगे पैर आकर दर्शन करने से हर मनोकामना पूरी हो जाती है.

बाबा बौख नाग सिलक्यारा सहित क्षेत्र की तीन पट्टियों के ईष्ट देवता हैं. मंदिर के अंदर भगवान नागराज की प्रतिमा है.

जब यह टनल बनना शुरू हुआ था तो कंपनी ने मंदिर हटा दिया. इसके बदले कंपनी ने टनल के पास मंदिर बनाने का वादा किया था.

कैसे हुआ हादसा?

लेकिन 2019 से अभी तक मंदिर का निर्माण नहीं किया गया. ग्रामीमों का कहना है कि सुरंग में मजदूर फंसने का हादसा अधिकारियों की इसी गलती का नतीजा है.