By: Aaj Tak

शनि की उल्टी चाल बनाएगी 'केंद्र त्रिकोण राजयोग', ये 3 राशि वाले होंगे मालामाल


कर्म और न्याय के देवता शनि देव 17 जून को कुंभ राशि में वक्री होंगे. इसके बाद शनि 4 नवंबर तक कुंभ राशि में उल्टी चाल चलेंगे.


इस दौरान वक्री शनि अन्य ग्रहों के राशि परिवर्तन के साथ केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण करेंगे. ये एक भाग्यशाली राजयोग होता है.


कुंडली में जब 3 केंद्र भाव जैसे 3, 4, 7, 10 त्रिकोण भाव जैसे 1, 5, 9 आपस में युति करते हैं तो केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण होता है.

कब बनता है त्रिकोण राजयोग?


माता लक्ष्मी को त्रिकोण भाव की देवी की मान्यता दी गई है. वहीं भगवान विष्णु को केंद्र भाव के देवता के रूप में विराजमान किया गया.


केंद्र त्रिकोण राजयोग के चलते जातक का भाग्योदय होता है. धन वृद्धि, सरकारी लाभ और नौकरी में शीर्ष स्थान मिलने के भी योग बनते हैं.


वृष- रोजगार में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा. निवेश से लाभ होगा. नई और अच्छी नौकरी का ऑफर मिल सकता है.

3 राशियों को लाभ


सिंह- रोजगार के प्रयास में सफलता मिलेगी. व्यापार में महत्वपूर्ण लाभ होगा. धन का संचय करने में सफल रहेंगे. पुराने रोगों से मुक्ति मिलेगी.


तुला- संतान पक्ष से शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है. बैंकिंग- निवेश से लाभ मिल सकता है. करियर में भाग्य का पूरा साथ मिलेगा.