शास्त्रों में कहा गया है कि शरीर को स्वस्थ रखना व्यक्ति का प्रथम लक्ष्य है.
यदि इंसान का शरीर स्वस्थ होता है तो वह अपने दैनिक कार्यों को सुचारू ढंग से कर सकता है.
वास्तु शास्त्र के मुताबिक मनुष्य के स्वास्थ्य पर वास्तु का प्रभाव पड़ता है.
कई बार ऐसा होता है कि दवा-परहेज करने के बाद भी बीमारी व्यक्ति का पीछा नहीं छोड़ती.
जानते हैं घर में स्वास्थ्य संबंधी परेशनियों के पीछे वास्तु का क्या कनेक्शन है.
यदि घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में टॉयलेट या फिर सीढ़ियां बनी होती हैं तो घर के सदस्यों को मानसिक तनाव हो सकता है.
घर की उत्तर एवं उत्तर-पूर्व दिशा का बंद होना और दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम दिशा का खुला होना एक गंभीर वास्तु दोष है.
किचन के चूल्हे पर खाना बनाते समय घर की महिला का मुंह भूलकर भी दक्षिण दिशा की तरफ नहीं होना चाहिए.
ऐसी में कमर दर्द, सर्वाइकल, जोड़ों का दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.