सनातन धर्म में वास्तु का बहुत महत्व होता है. ऐसा माना जाता है कि सामान के रख-रखाव से जीवन में चमत्कारी प्रभाव देखने को मिलते हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, शीशा सही दिशा में लगाने से घर में खुशहाली और समृद्धि आती है.
वास्तु के अनुसार, दर्पण को पूर्व या उत्तर दिशा की दीवार पर इस तरह लगाना चाहिए कि देखने वाले का चेहरा पूर्व या उत्तर की ओर रहे.
घर की तिजोरी या अलमारी के सामने शीशा लगाने से घर में धन-संपदा की वृद्धि होती है.
घर में शीशा लगाते वक्त इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि शीशा कहीं से भी टूटा ना हो.
घर की उत्तर दिशा में शीशा लगाने से घर में धन की कमी नहीं होती है क्योंकि वास्तु में उत्तर दिशा को भगवान कुबेर का स्थान माना गया है.
बेडरूम में शीशा लगाते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि सोते समय शरीर का कोई भी हिस्सा उसमें दिखाई ना दें.
अगर बेड के सामने शीशा लगाना मजबूरी है तो रात को सोते समय शीशे को किसी कपड़े से ढक दें.
वास्तु के अनुसार, घर में दक्षिण और पश्चिम दिशा शीशा नहीं लगाना चाहिए. इससे घर में क्लेश बढ़ता है.