दिवाली एक ऐसा त्योहार है जिसका इंतजार हर किसी को होता है.
दीयों की रोशनी के बीच इस त्योहार को मनाने का उत्साह हर किसी में होता है. हर घर में दिवाली की तैयारी काफी दिन पहले से ही शुरू हो जाती है.
यहां हम दिवाली के त्योहार के लिए वास्तु टिप्स बता रहे हैं, जिससे घर का माहौल सकारात्मक रहेगा और मां लक्ष्मी का आगमन होगा.
वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, सुखी घर की पहली सीढ़ी है साफ-सफाई है. दिवाली से पहले पूरे घर की सफाई की जाती है.
ऐसा माना जाता है कि घर के कोने-कोने की सफाई करने से नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकलती है.
घर में बहुत ज्यादा सामान रखना अच्छा नहीं माना जाता है खासतौर से तब जब वो सही हालत में ना हों. कहा जाता है कि घर जितना अव्यवस्थित रहता है, सकारात्मक ऊर्जा उतनी कम आती है.
ऐसे में घर को पूरी तरह से व्यवस्थित रखें औऱ टूटे-फूटे समान को बाहर निकाल फेंक दें.
वास्तु शास्त्र कहता है कि आपका प्रवेश द्वार ही आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा लेकर आता है. दिवाली के दिन घर के मुख्य द्वार पर देवी लक्ष्मी के पैरों के निशान लगाए जाते हैं.
एक स्प्रे बोतल में थोड़ा सा नमक और पानी मिलाकर पूरे घर में छिड़काव करें. वास्तु विशेषज्ञों का कहना है कि घर के सभी कोनों में नमक के पानी का छिड़काव करने से वातावरण शुद्ध रहता है.
जब आप अपने घर को रोशन करने के बारे में सोच रहे हों, तो वास्तु शास्त्र के अनुसार दिशाओं पर जरूर विचार करें.
घर की उत्तर दिशा को सजाने के लिए नीली, पीली और हरी लाइट्स लगा सकते हैं.
वहीं दक्षिण दिशा के लिए सफेद, बैंगनी और लाल लाइट्स अच्छी मानी जाती हैं. पूर्व दिशा को लाल, पीली और नारंगी जैसे शुभ रंगों से सजाएं.
वहीं पश्चिम दिशा को पीली, नारंगी और गुलाबी लाइट्स से प्रकाशित करें.