स्टूडेंट्स के लिए पूरे साल पढ़ाई के बाद एग्जाम टाइम बहुत अहम होता है.
कई बार मन लगाकर पढ़ाई करने और कठिन परिश्रम के बावजूद सफलता हाथ नहीं लगती है.
इसके लिए एकाग्रता की कमी भी कहीं ना कहीं जिम्मेदार होती है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ बातों का ध्यान रखकर एकाग्रता को बढ़ाया जा सकता है.
वास्तु के अनुसार बच्चों की पढ़ाई का कमरा उत्तर दिशा, पूर्व दिशा या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए.
वास्तु के अनुसार कभी भी बीम या पिलर के नीचे बैठकर पढ़ाई नहीं करनी चाहिए.
बच्चे की पढ़ाई करने की मेज पर ग्लोब या तांबे का पिरामिड रखना उचित रहता है.
जिन बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता उनके कमरे में मोरपंख लगाना चाहिए.
स्टडी रूम में टीवी, वीडियो गेम व सीडी प्लेयर जैसी वस्तुएं नहीं रखनी चाहिए.
पढ़ाई के कमरे में प्राकृतिक रोशनी का स्रोत अवश्य होना चाहिए.