वास्तु शास्त्र के अनुसार, सुबह के समय हुई कुछ गलतियां घर में नकारात्मक ऊर्जा के संचार को बढ़ावा देती हैं और आदमी को बर्बादी के कगार पर ले आती हैं.
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वास्तु शास्त्र के मुताबिक, सुबह के समय लोगों को परछाई नहीं देखनी चाहिए. इससे नकारात्मक फल मिलते हैं. सुबह स्वयं की परछाई देखना वास्तु में निषेध है.
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इससे मानसिक तनाव बढ़ता है. स्वभाव में नकारात्मकता आती है. व्यवहार में चिड़चिड़ापन और वाणी दोष बढ़ता है. आपका पूरा जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है.
वास्तु के अनुसार, किसी भी जातक को सुबह उठते आइने में खुद को नहीं देखना चाहिए. इससे जीवन में परेशानियां बढ़ती हैं.
यही वजह है कि वास्तु शास्त्र में शयन कक्ष में आइना किसी ऐसी जगह पर लगाने का प्रावधान नहीं है, जहां सुबह उठते ही उस पर नजर जाए.
सुबह उठते ही जूठे या गंदे बर्तन देखना भी अपशकुन माना जाता है. कहते हैं कि सुबह जूठे बर्तन देखने से नकारात्मकता हावी हो जाती है.
ऐसे लोग नौकरी-कारोबार में हमेशा पीछे रह जाते हैं. इन्हें उन्नति भी देरी से मिलती है. लाख कोशिशों के बावजूद इनके हाथ में पैसा नहीं टिकता है.
सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर अपनी हथेलियों को देखें. मन ही मन ईश्वर की आराधना करें. मौन धारण करें. स्नानादि के बाद सूर्य को अर्घ्य जरूर दें.