वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की सभी दिशाएं महत्वपूर्ण मानी जाती हैं.
उत्तर-पश्चिम दिशा हमें दीर्घायु, स्वास्थ्य एवं शक्ति प्रदान करती है.
यदि उत्तर-पश्चिम दिशा खराब हो तो मित्र शत्रु बन जाते हैं. साथ ही ऊर्जा खत्म हो जाती है.
आइए जानते हैं उत्तर-पश्चिम दिशा से जुड़ी खास बातें...
यदि आपके घर में नौकर है तो उसका कमरा उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए.
घर के वायव्य कोण में विवाहित महिलाओं को नहीं सोना चाहिए. इस दिशा में सोने से वो अलग घर बसाने का सपना देखने लगती हैं.
उत्तर-पश्चिम दिशा में कुंवारी कन्याओं को सोना चाहिए, इससे विवाह का योग मजबूत होता है.
शौचालय के लिए दक्षिण दिशा के मध्य का स्थान भी उपयुक्त है.
बच्चों की पढ़ाई के लिए स्टडी टेबल, चेयर आदि ईशान, उत्तर या उत्तर वायव्य कोण में ही रखना जरूरी होता है.
ध्यान रहे कि टेबल लैंप हमेशा टेबल के दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए.
उत्तर-पश्चिम दिशा में दोष दूर करने के लिए एक छोटा फव्वारा या मछली घर स्थापित करना चाहिए.