हर इंसान की यह इच्छा होती है कि उसके घर-परिवार में खुशी का माहौल रहे. इसके लिए वो पूजा-पाठ, हवन इत्यादि भी करते हैं.
घर में खुशहाली और शांति में वास्तु शास्त्र का भी अहम रोल होता है. ऐसे में सही जगहों पर भगवान बुद्ध की मूर्ति रखने से घर-परिवार में खुशियां बनी रहती हैं.
घर के प्रवेश द्वार पर रक्षा मुद्रा में बुद्ध की मूर्ति को रखना शुभ माना जाता है. रक्षा मुद्रा में भगवान बुद्ध का एक हाथ आर्शीवाद का और दूसरा हाथ आसपास की रक्षा करने का प्रतीक है.
हालांकि, बुद्ध की मूर्ति को कभी भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए. इसे जमीन से तीन-चार फीट ऊपर स्थापित करना चाहिए.
वास्तु के अनुसार, लिविंग रूम में दायीं और झुके हुए बुद्ध की प्रतिमा को पश्चिम की तरफ मुंह करके रखना शुभ माना जाता है. इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
बगीचे में साफ स्थान पर ध्यान मुद्रा वाली बुद्ध की मूर्ति को स्थापित करना शुभ होता है. इससे आस-पास के माहौल में शांति बनी रहती है.
वास्तु के अनुसार, ध्यान मुद्रा वाली बुद्ध की मूर्ति को पूजा स्थान में रखना शुभ माना जाता है. इससे ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है.
इस प्रतिमा का मुख पूर्व की ओर करके रखना चाहिए. साथ ही आंखों के स्तर पर ही रखें. आंखों के स्तर से नीचे बुद्ध की मूर्ति रखना अशुभ माना जाता है.
बच्चों के रूम में बुद्ध की मूर्ति का मुख पूर्व की ओर रखना चाहिए. लेटे हुए बुद्ध या एक छोटे सिर वाली बुद्ध की मूर्ति भी रखना शुभ होता है.