घर के दरवाजे की दिशा का हमारे भाग्य से बड़ा कनेक्शन होता है. घर से बाहर जाते समय हमारा चेहरा जिस दिशा में होता है, वही दरवाजे की दिशा होती है.
घर के दरवाजे की सही दिशा भाग्य संवार सकती है तो इसके गलत दिशा में होने से मुसीबतें बढ़ भी सकती हैं. इंसान का जीवन तबाह हो सकता है.
वैसे तो यह दिशा घर के मुख्य द्वार के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है. लेकिन अगर मंगल गड़बड़ हो तो इस दिशा में द्वार होने से खर्चे बढ़ने लगते हैं.
इस दिशा में दरवाजा घर में पैसे के आगमन के लिए काफी शुभ होता है. लेकिन कुंडली में बुध ठीक न हो तो इससे घर की सारी बरकत खत्म हो जाती है.
इस दिशा में द्वार होने से घर में उन्नति और संपन्नता बनी रहती है. लेकिन मुख्य द्वार के सामने ऊंची दीवार हो तो ऐसा दरवाजा जीवन में दरिद्रता लाता है.
यह द्वार सामान्यतः जीवन में संघर्ष को बढ़ा देता है. लेकिन अगर कुंडली में शनि-मंगल की स्थिति ठीक हो तो इस दिशा में द्वार इंसान को भाग्यवान बनाता है.
इस दिशा में द्वार वैभव और समृद्धि लाता है. लेकिन कुण्डली में अग्नि तत्व की मात्रा ज्यादा हो तो यह घर में अचानक से दिक्कतों को बढ़ाता है.
घर का मुख्य द्वार ईशान दिशा में शुभ होता है. लेकिन कुंडली में बृहस्पति ठीक न हो तो ऐसे द्वार से गंभीर बीमारियों के होने का खतरा रहता है.