वट सावित्री ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है. इस बार ज्येष्ठ अमावस्या और वट सावित्री व्रत 19 मई को मनाई जाएगी.
इस बार वट सावित्री व्रत बेहद खास रहने वाला है क्योंकि इस दिन शनि जयंती भी मनाई जाएगी.
वट सावित्री का व्रत सौभाग्य प्राप्ति के लिए एक बड़ा व्रत माना जाता है. इस दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं.
आइए जानते हैं कि ज्येष्ठ अमावस्या पर पड़ने वाले वट सावित्री व्रत पर किन गलतियों से सावधान रहना चाहिए.
वट सावित्री का व्रत रखने वाली महिला को इस दिन नीले, काले या सफेद रंग के कपड़े गलती से भी नहीं पहनने चाहिए.
इस दिन महिलाओं को काली, सफेद या नीली रंग की चूढ़ियां भी नहीं पहननी चाहिए.
माना जाता है कि जो महिला पहली बार यह व्रत रख रही हो उसे इस व्रत की शुरूआत अपने मायके से करनी चाहिए.
कहा जाता है कि जो महिलाएं यह व्रत पहली बार कर रही हैं उन्हें सुहाग की सामग्री मायके की ही इस्तेमाल करनी चाहिए.
इस दिन झूठ नहीं बोलना चाहिए. मन में किसी के प्रति घृणा, द्वेष आदि न रखें.