विजया एकादशी के दिन तुलसी से जुड़ी न करें ये एक गलती, मां लक्ष्मी हो जाएंगी नाराज

एकादशी को सनातन धर्म में बहुत ही खास व्रत माना गया है. हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी कहा जाता है. 

इस बार विजया एकादशी 6 मार्च, बुधवार को मनाई जाएगी. कहते हैं कि इस दिन व्रत रखने से सभी कार्यों में विजय प्राप्त होती है.

ज्योतिषियों की मानें तो विजया एकादशी के दिन तुलसी से जुड़ी कुछ गलतियों से सावधान रहना चाहिए. तो आइए जानते हैं कौन सी गलतियां हैं. 

तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है. विजया एकादशी के दिन तुलसी मां को जल नहीं अर्पित करना चाहिए. माना जाता है कि इस दिन मां लक्ष्मी भी भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. इसलिए इस दिन गलती से भी तुलसी में जल अर्पित न करें.

तुलसी मां की पूजा करने से भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होती है. विजया एकादशी के दिन तुलसी की पत्तियां तोड़ना बहुत अशुभ माना जाता है. 

मां लक्ष्मी उसी घर में आती हैं, जहां पर साफ-सफाई रहती है. इसलिए विजया एकादशी के दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए तुलसी के आसपास गंदगी बिल्कुल भी ना रखें.

तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना जाता है. इसके आसपास जूते-चप्पल न रखें. इससे मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. तुलसी के पौधे को कभी भी जूठे या गंदे हाथों से स्पर्श नहीं करना चाहिए.

विजया एकादशी के दिन काले रंग के कपड़े पहन कर तुलसी मां की पूजा नहीं करनी चाहिए. इसे अशुभ माना जाता है. इससे घर में नकारात्मकता आती है.