अक्सर आपने लोगों से सुना होगा कि इंसान की किस्मत सही समय आने पर ही खुलती है. पर क्या आप जानते हैं कि इंसान का सही समय भी राशि देखकर ही आता है.
ज्योतिषविदों के अनुसार, हर इंसान के भाग्य में उम्र के कुछ पड़ाव पर धन आने की संभावना अधिक रहती हैं. आइए जानते हैं कि राशिनुसार ये पड़ाव कब आते हैं.
मेष- आयु के 19वें, 28वें 37वें और 55वें वर्ष में अचानक प्रचुर धन मिलने के योग होते हैं. इन लोगों को धन आमतौर पर मेहनत से ही मिलता है. धन के लिए इनको नियमित रूप से मां लक्ष्मी को गुलाब का पुष्प अर्पित करना चाहिए.
वृष- वृष राशि वालों की आयु के 29वें, 38वें और 56वें वर्ष में धन आगमन की प्रबल सम्भावना बनती हैं. इनको अपने जीवन साथी से धन मिलने की सम्भावना जरूर बनती है. इन्हें नियमित रूप से स्फटिक की माला धारण करनी चाहिए.
मिथुन- आयु के 27वें ,36वें ,45वें और 57वें वर्ष में धन के आगमन की प्रबल संभावनाएं बनती हैं. पिता के पक्ष से और स्वयं की मेहनत से इनको धन मिलता है. इनको नियमित रूप से हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाना चाहिए.
कर्क- इनकी आयु के 23वें, 27वें, 32वें, 48वें और 58वें वर्ष में धन लाभ के बड़े मजबूत योग बनते हैं. धन के मामले में इनको अपनी ससुराल का विशेष सहयोग मिलता है.
सिंह- इन्हें केवल और केवल स्वयं की मेहनत से आयु के 28वें, 32वें, 50वें और 68वें वर्ष में धन प्राप्ति की मजबूत सम्भावना होती है. इन्हें मां लक्ष्मी को नियमित रूप से इलायची समर्पित करनी चाहिए.
कन्या- इन्हें अपने कारोबार और जीवनसाथी द्वारा नियमित रूप से धन मिलता है. खासतौर से आयु के 15वें, 24वें, 33वें और 42वें वर्ष में अपार धन मिल सकता है. शिवजी की आराधना करने से धन की प्राप्ति सरल हो जाती है.
कन्या- इन्हें अपने कारोबार और जीवनसाथी द्वारा नियमित रूप से धन मिलता है. खासतौर से आयु के 15वें, 24वें, 33वें और 42वें वर्ष में अपार धन मिल सकता है. शिवजी की आराधना करने से धन की प्राप्ति सरल हो जाती है.
तुला- आयु के 16वें, 34वें, 42वें और 51वें वर्ष में इन्हें किसी स्त्री पक्ष से बड़े धन प्राप्ति के योग बनते हैं. नियमित रूप से सूर्य को जल चढ़ाने से धन की प्राप्ति और खर्चे संतुलित रहते हैं.
वृश्चिक- पिता या चाचा पक्ष के लोगों की तरफ से आयु के 35वें, 44वें, 53वें और 62वें वर्ष में प्रचुर धनागमन की संभावनाएं होती हैं. नियमित रूप से गणेश जी को दूब अर्पित करें और पौधों में जल डालें.
धनु- आयु के 36वें, 45वें, 54वें और 63वें वर्ष में धन प्राप्ति के लिए काफी महत्वपूर्ण होते हैं. माता या माता के पक्ष से इनको धन लाभ होता है. नियमित रूप से मां लक्ष्मी को गुलाब चढ़ाएं और गुलाब की सुगंध का प्रयोग करें.
मकर- इन्हें आमतौर पर स्वयं के कारोबार से धन मिलता है. आयु के 28वें, 37वें, 46वें और 55वें वर्ष में प्रबल धनागमन की संभावनाएं होती हैं. इन्हें नियमित मंगलवार का उपवास रखना चाहिए.
कुंभ- इन्हें धन अपने भाग्य और ईश्वर की कृपा से मिलता है. आयु के 29वें, 38वें, 47वें और 57वें वर्ष में इन्हें प्रचंड धन लाभ होता है. इन्हें मंदिर में नियमित फल का दान करना चाहिए.
मीन- आयु के 39वें, 48वें और 57वें वर्ष में धन के आगमन की प्रबल संभावनाएं बनती हैं. इनके लिए संतान पक्ष हमेशा आर्थिक लाभ का कारण बनता है. इनको नियमित पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए.