18 Oct 2024
By: Aajtak.in
सुहागिनों का सबसे महत्वपूर्ण व्रत करवा चौथ इस बार 20 अक्टूबर 2024, रविवार को है. यह व्रत पति-पत्नी के प्यार का प्रतीक है.
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इस दिन शादीशुदा महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए भूखी-प्यासी रहकर व्रत रखती हैं.
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विवाहिता के लिए ये व्रत बहुत खास होता है. ऐसे में इसकी पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली चीजों का विशेष महत्व है. इनमें से एक करवा भी होता है.
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करवा को गणपति का प्रतीक माना जाता है. कहते हैं करवे में लगी टोटी को गणेश जी की सूंड मानी जाता है.
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करवा में जल भरकर पूजा करने और चंद्रमा को अर्घ्य देने से सभी मंगल कामनाएं पूरी होती हैं.
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बाजारों में बहुत से धातुओं से बने करवे मिलते हैं. सोने, चांदी, तांबे से लेकर मिट्टी तक के करवे बाजार में मिलते हैं.
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अब सवाल उठता है कि आखिर इनमें से कौन सा करवा, करवा चौथ पर इस्तेमाल करना सबसे शुभ होता है? तो चलिए जानते हैं.
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करवा चौथ की पूजा के लिए मिट्टी का करवा सबसे अच्छा माना जाता है. मिट्टी के करवे को पंच तत्वों का प्रतीक माना जाता है.
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दरअसल, इस करवे को मिट्टी और पानी मिलाकर बनाया जाता है, जिसे भूमि और जल का प्रतीक माना जाता है.
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फिर करवे को आकार देने के बाद धूप और हवा में रखा जाता है, जिसे आकाश और वायु का प्रतीक माना जाता है. अंत में इसे आग में तपाकर पक्का किया जाता है, जो अग्नि का प्रतीक माना जाता है.
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