06 FEB 2025
aajtak.in
सपनों का वास्तविक जीवन से गहरा संबंध होता है. ये सपने आगामी भविष्य के संकेत होते हैं. इनमें कुछ सपने अच्छे होते हैं, तो कुछ बेहद बुरे और डरावने सपने होते हैं.
स्वप्न शास्त्र के मुताबिक, हर सपने में दिखाई देने वाली चीजों का कोई न कोई अर्थ होता है और कई बार इन सपनों की वजह से रात की नींद गायब हो जाती है.
वहीं, वृंदावन-मथुरा के जाने माने गुरु प्रेमानंद महाराज के पास 76 साल का एक व्यक्ति अपने सपनों से जुड़ी समस्या लेकर पहुंचा.
उस व्यक्ति ने बताया कि, 'उन्हें उनके मृत संबंधी सपने में बहुत ही कष्ट झेलते हुए दिखते हैं. तो क्या ये उनके प्रति किसी प्रतिकूल व्यवहार का परिणाम है या वे मुझसे कुछ और कहना चाहते हैं.'
इस पर प्रेमानंद महाराज ने उत्तर दिया कि, 'सपने तीन प्रकार के होते हैं पहला जिनसे हमारा मानसिक संबंध है. एक सपने ऐसे ऐसे होते हैं, जिनका कोई अस्तित्व नहीं है और एक जिनमें कोई महापुरुष नजर आएं.'
'अगर परिवार से जुड़े लोगों का सपना आए तो उससे दुख-सुख का लेना देना नहीं है. लेकिन जीवित अवस्था में हमने कर्तव्य का पालन किया कि नहीं ये जरूर है.'
आगे प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'अगर कर्तव्य का पालन नहीं किया तो उनके प्रति नाम-जप करें और उनके प्रति नाम जप करें. जो भी आप दान पुण्य करेंगे, उसका सीधा सीधा पुण्य आपके मृत संबंधियों को लगेगा.'
'चाहे तो आप साधु संतों को भोजन करा सकते हैं या आप श्रीमद्भागवत कथा का पाठ कर सकते हैं या उनके नाम का कीर्तन करा के उन्हें प्रदान करा सकते हैं. इस सबसे उनका मंगल होगा, चाहे वो किसी भी योनि में हों.'
'लेकिन खास बात ये है कि अगर भगवान या भगवान के भक्तों के अलावा सपने में कोई और दिख रहा है तो वह सब कुछ मिथ्या ही है.'
फिर प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'सपनों पर ज्यादा विचार न करें. लेकिन अगर किसी महात्मा का सपना आता है तो उनकी बातों पर ध्यान जरूर दें.'