सैटेलाइट्स को सौर तूफानों से बचाएगा 400 करोड़ रुपये का ये मिशन

23 July 2024

Credit:ISRO

ISRO भारतीय स्पेसक्राफ्ट Aditya-L1 को 2 सितंबर 2023 को लॉन्च किया था. यह 6 जनवरी 2024 को लैरेंजियन प्वाइंट L1 पर पहुंचा था.

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लैरेंज प्वाइंट यानी L. इसकी खोज गणितज्ञ जोसेफी-लुई लैरेंज ने किया था. यह एक ऐसा प्वाइंट है जहां सैटेलाइट दो घूमते हुए ग्रहों या तारों के बीच के गुरुत्वाकर्षण से बचा रहता है.

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अपने ही L1 प्वाइंट पर एक चक्कर लगाने के लिए आदित्य-एल1 को 178 दिन लगे. इस यात्रा के दौरान यान को कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ा.

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इस सैटेलाइट ने सूरज की पहली बार फुल डिस्क तस्वीरें भी ली थी. ये सभी तस्वीरें 200 से 400 नैनोमीटर वेवलेंथ की थी. यानी आपको सूरज 11 अलग-अलग रंगों में दिखाई देगा.

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Aditya-L1 भारत की पहली अंतरिक्ष आधारित ऑब्जरवेटरी है. यह सूरज से इतनी दूर तैनात होगा कि उसे गर्मी तो लगे लेकिन खराब न हो.

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400 करोड़ रुपये का ये मिशन अब भारत समेत पूरी दुनिया के सैटेलाइट्स को सौर तूफानों से बचाएगा.

आदित्य L1 सूरज की स्टडी कर रहे NASA के चार अन्य सैटेलाइट्स के समूह में भी शामिल है. 

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