बच्चों की होगी खेती! डराने वाली है इंसानी फ्यूचर की तस्वीर
क्या इंसानों का फ्यूचर यही है? पुरुष रहेंगे नहीं और बच्चे नकली गर्भ से पैदा होंगे? यह दावा किया है कि साइंस कम्यूनिकेटर और वीडियो प्रोड्यूसर हाशेम अल घैली ने.
घैली के मुताबिक, इसमें महिलाओं को गर्भवती होने की जरुरत नहीं पड़ेगी. न ही डिलिवरी के समय होने वाले दर्द को बर्दाश्त करना होगा.
हाशेम कहते हैं कि भविष्य में बच्चे पुश बटन तकनीक से पैदा होंगे. गर्भधारण होगा लेकिन किसी महिला के शरीर में नहीं. बल्कि बर्थ पॉड्स में.
बर्थ पॉड यानी एक ऐसा भ्रूण जिसे आप देख सकेंगे. उसमें विकसित हो रहे बच्चे को देख सकेंगे. इस फैसिलिटी का नाम है एक्टोलाइफ.
कल्पना की जा रही है कि भविष्य में लोग यह बर्थ पॉड्स अपने घर में भी लगवा सकेंगे. ताकि आप अपनी आंखों के सामने बच्चे को विकिसत होता देख सकें.
उसी तरह भ्रूण केंद्र में 400 बेबी पॉड्स होंगे. सारे के सारे रीन्यूएबल एनर्जी से चलेंगे. आप अपने बच्चे के जरूरी वाइटल्स को एप के जरिए मॉनिटर कर सकेंगे.
हाशेम अल घैली के इन दावे, वीडियो, फोटो के बाद इस कॉन्सेप्ट को लेकर विवाद छिड़ गया है. एक्टोलाइफ को पहले कृत्रिम भ्रूण केंद्र के तौर पर देखा तो जा रहा है.
इसनए कॉनसेप्ट से गर्भधारण की नैतिक अवधारणा को नुकसान पहुंच रहा है. कई मानते हैं कि बच्चों को इस तरह से बर्थ पॉड्स में पैदा करना इंसानियत के खिलाफ है.
भविष्य में बच्चे पैदा करने की इस तकनीक को देख कर एक बार ऐसा लगता है कि यहां पर बच्चों की खेती हो रही है. जबकि, हाशेम कह रहे हैं कि यह एक कॉन्सेप्ट है.
हाशेम के मुताबिक जिस तरह आर्टिफिशियल भ्रूण विकसित करने की तकनीक विकसित हो रही है, इसमेंबहुत ज्यादा दिन नहीं लगेंगे. पूरी खबर नीचे क्लिक करके पढ़ें.