Hellfire:पल भर में टुकड़ों में कट जाता है इंसान!
अमेरिकी सरकार ने ड्रोन हमला करके अलकायदा नेता अयमान अल-जवाहिरी को मार गिराया.
हमले के लिए CIA ने जिस मिसाइल का उपयोग किया है, उसका नाम है R9X Hellfire Missile.
इस मिसाइल में बारूद कम लेकिन ब्लेड्स और धारदार धातुओं का उपयोग ज्यादा किया जाता है.
ये ब्लेड्स विस्फोट के बाद टारगेट को चक्र की तरह घूमते हुए चीर-फाड़ डालते हैं.
बारूद का विस्फोट इन्हें सिर्फ तेजी से आगे बढ़ने की ताकत देता है. फटने पर छह ब्लेड्स का एक सेट निकलता है. इनके सामने आने वाला कोई भी इंसान कई टुकड़ों में कट जाता है.
R9X हेलफायर मिसाइल को ड्रोन, हेलिकॉप्टर, फाइटर जेट से दागा जा सकता है. इसकी नाक पर कैमरे, सेंसर्स लगे होते हैं. जो विस्फोट से पहले तक रिकॉर्डिंग करते रहते हैं.
पिछले दो वर्षों में अमेरिका ने इन मिसाइलों का उपयोग तेजी से बढ़ा दिया है. पिछले साल काबुल एयरपोर्ट के धमाके का बदला लेने के लिए अमेरिका ने इन मिसाइलों का उपयोग किया था.
हेलफायर मिसाइल के कई वैरिएंट्स हैं. उनमें से एक है R9X वैरिएंट. यह वैरिएंट 45 किलोग्राम का होता है. इस मिसाइल को निंजा बॉम्ब और फ्लाइंग गिंसू भी कहते हैं.
इस मिसाइल का उपयोग सीरिया और अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ भी किया जा चुका है.
इस मिसाइल को 7 अलग-अलग तरह के विमानों, पेट्रोल बोट या हमवी से भी लॉन्च की जा सकता है. यानी इसे कहीं से भी दागा जा सकता है.
यह मिसाइल मजबूत से मजबूत बंकर, बख्तरबंद गाड़ियों, टैंक और काफी मोटी कॉन्क्रीट की दीवार को फोड़कर विस्फोट करने में सक्षम होती है.
हेलफायर मिसाइलों का वैरिएंट का लंबाई अधिकतम 64 इंच यानी 1.6 मीटर होती है. इनका व्यास 7 इंच होता है. इसके पंख 13 इंच के होते हैं.