6 Nov 2024
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क्या Mount Everest हमेशा धरती का सबसे ऊंचा पहाड़ रहेगा? वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसा नहीं है.
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दरअसल, जब दो टेक्टोनिक प्लेट्स आपस में टकराती हैं तब एक दूसरे के नीचे जाती हैं. फिर उसके ऊपर का हिस्सा यानी क्रस्ट ऊंचाई हासिल करता है और एक पहाड़ का निर्माण होता है.
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ये एक सामान्य परिभाषा है पहाड़ के बनने की. लेकिन इसमें कई और फैक्टर भी काम करते हैं. टक्कर की तीव्रता, क्रस्ट का तापमान, मोटाई जैसी चीजें.
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अबरदीन यूनिवर्सिटी के जियोलॉजिस्ट रॉब बटलर कहते हैं कि असल में इरोजन की वजह से एवरेस्ट हर साल ऊंचा हो रहा है. करीब एक इंच. 89 हजार साल में एवरेस्ट 49 से 164 फीट ऊपर उठा है.
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इरोजन की वजह से एवरेस्ट ही नहीं कई पहाड़ों की ऊंचाई बढ़ सकती है. कई बार घट भी सकती है. यह निर्भर करता है इरोजन और अपलिफ्ट के दर में अंतर पर.
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यानी अपलिफ्ट रेट ज्यादा है तो पहाड़ ऊपर उठेगा. इरोजन ज्यादा हो तो नीचे धंसेगा.
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दुनिया का नौवां सबसे ऊंचा और एवरेस्ट का पड़ोसी पहाड़ नंगा पर्वत बहुत तेजी से ऊप उठ रहा है. इरोजन की वजह से एक दिन यह एवरेस्ट से ऊपर निकल जाएगा. एवरेस्ट मात्र 2000 फीट ऊंचा है नंगा पर्वत से.
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