रूस का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी शिवेलुच 11 मार्च को फटा. आसमान में 20 किलोमीटर ऊपर तक राख का गुबार गया.
इस विस्फोट की वजह से 1.08 लाख वर्ग किलोमीटर तक राख फैल गई. छह घंटे में काफी बड़ा इलाका राख से ढक गया.
ज्वालामुखी से लावा बहकर नीचे की तरफ आया. जिससे बर्फ पिघली. गांवों में सड़कों पर गीली मिट्टी बहकर आई. हर तरफ कीचड़ हो गया.
इन गांवों में 3.5 इंच राख जमा हो गई. ऐसा 60 साल में पहली बार हुआ है. जब इतनी मोटी राख की परत जमा हुई हो.
शिवेलुच ज्वालामुखई पूर्वी कामचाटका इलाके में मौजूद है. इसके आसपास के गांव तो पूरी तरह से राख के रंग में रंग गए हैं.
साइंटिस्ट डैनिला चेब्रो ने बताया कि यह ज्वालामुखी पिछले साल से फटने का इंतजार कर रहा था. विस्फोट से पहले इसने काफी तैयारी की.
शिवेलुच के फटने से 24 घंटे पहले कामचाटका इलाके में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था. डिटेल में पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए नीचे क्लिक करें.