देश में रोजाना हजारों ट्रेनें चलती हैं और भारतीय रेल को देश की लाइफ लाइन कहा जाता है.
जिस पटरी पर ट्रेनें दौड़ती हैं, उस पटरी को जोड़ते समय बीच में थोड़ी सी जगह छोड़ दी जाती है.
क्या आप जानते हैं कि दो पटरियों के ज्वाइंट के पास खाली जगह या गैप को क्यों छोड़ा जाता है?
इसे देखकर कई लोगों के मन में यह बात आती है कि गैप की वजह से दुर्घटना ना हो जाए.
ट्रेनों को दुर्घटना से बचने के लिए रेल की पटरी को जोड़ते समय इसमें गैप छोड़ा जाता है.
रेल की पटरी लोहे से बनती है और लोहा सर्दी के मौसम में सिकुड़ता है और गर्मियों के दिनों में फैलता है.
पटरियों के ज्वाइंट के बीच थोड़ा सा गैप नहीं छोड़ा जाएगा तो फैलाव की वजह से पटरी टेढ़ी हो सकती है.
इस तरह ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन में पटरियां अहम भूमिका निभाती हैं.