आज, 22 दिसंबर साल का सबसे छोटा दिन होगा. ये दिन सिर्फ 8 घंटे का होगा. इसे कहते हैं विंटर सोल्सटिस (Winter Soltice).
ये वो समय होता है जब सूर्य की किरणें बहुत कम समय के लिए पृथ्वी पर रहती हैं. साल के सबसे छोटे दिन को विंटर सोल्सटिस कहते हैं.
आज के दिन सूरज से धरती की दूरी ज्यादा हो जाती है. विंटर सोल्सटिस इसलिए होता है क्योंकि पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमते समय लगभग 23.4 डिग्री झुकी होती है.
झुकाव के कारण प्रत्येक गोलार्द्ध को सालभर अलग-अलग मात्रा में सूर्य की रोशनी मिलती है. सूर्य के चारों तरफ पृथ्वी के चक्कर लगाने के समय 22 दिसंबर 2022 को सूर्य मकर रेखा पर लंबवत होगा.
इससे धरती के उत्तरी गोलार्द्ध में सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात होती है. इस दिन सूर्य की रोशनी का एंगल 23 डिग्री 26 मिनट 17 सेकेंड दक्षिण की तरफ होगी.
इसे अंग्रेजी में विंटर सॉल्सटिस कहते हैं. सॉल्सटिस एक लैटिन शब्द है जो सोल्स्टिम से बना हुआ है. लैटिन शब्द सोल का अर्थ होता है सूर्य जबकि सेस्टेयर का अर्थ होता है स्थिर खड़ा रहना.
इन दोनों शब्दों को मिलाकार सॉल्सटिस शब्द बना है जिसका अर्थ है सूर्य का स्थिर रहना. इसी प्राकृतिक बदलाव की वजह से ही 22 दिसंबर को सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात होती है.