भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो 10 फरवरी 2023 को स्मॉल स्टैलाइट लॉन्च व्हीकल (SSLV) का टेस्ट करेगा.
इसके जरिए इसरो अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट EOS-07 को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है.
एसएसएलवी रॉकेट में मुख्य सैटेलाइट 334 किलोग्राम वजनी EOS-07 होगा. इसके साथ दो और छोटे सैटेलाइट्स जा रहे हैं.
पिछले लॉन्च में हुई चूक पर इसरो ने कहा था कि सिर्फ दो सेकेंड की गड़बड़ी की वजह से सैटेलाइट गलत ऑर्बिट में चले गए थे.
एसएसएलवी का इस्तेमाल छोटे सैटेलाइट्स की लॉन्चिंग के लिए होता है. यह एक स्मॉल-लिफ्ट लॉन्च व्हीकल है.
SSLV रॉकेट के एक यूनिट पर 30 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. जबकि PSLV पर 130 से 200 करोड़ रुपये आता है.
यानी जितने में एक पीएसएलवी रॉकेट जाता था. अब उतनी कीमत में चार से पांच SSLV लॉन्च हो जाएंगे. बाकी डिटेल्स नीचे पढ़ें.