चांद धरती से हर साल 1.5 इंच दूर खिसक रहा है.
Pic Credit: urf7i/instagramवैज्ञानिक के अनुसार एक समय ऐसा भी आएगा, जब पृथ्वी का प्राकृतिक उपग्रह बहुत दूर चला जाएगा.
Pic Credit: urf7i/instagramऐसे में पृथ्वी पर तबाही मचने का अंदेशा बढ़ जाएगा.
उस वक्त चांद छोटा दिखेगा कि सूरज को ढक नहीं पाएगा. ऐसे में चंद्र ग्रहण जैसे नजारे भूल ही जाइए.
वैज्ञानिकों के अनुसार ऐसा होने में तकरीबन 60 करोड़ साल लगेंगे.
इस दौरान रातें ज्यादा अंधेरी होंगी और रोशनी नहीं रहेगी.
धरती का झुकाव बिगड़ेगा और ग्रैविटी भी हिलेगी.
समुद्र की खूबसूरती उसकी लहरों से होती है. चांद के दूर जाते ही समुद्र की लहरें खत्म हो जाएंगी. या उनका बनना और ऊंचाई कम हो जाएगी.
रात्रिचर जीव के जीवन पर बड़ा असर पड़ेगा.
धरती के दिन और रात के समय में अंतर आएगा.
कब कौन सा मौसम आ जाएगा किसी को कुछ पता नहीं चलेगा.