27 July 2024
बुध ग्रह (Mercury) पर 9 मील मोटी यानी 14.48 किलोमीटर चौड़ी हीरे की परत मिली है. यह परत ग्रह की सतह के नीचे हैं.
इसका खुलासा हाल ही में नेचर कम्यूनिकेशंस जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट से हुआ है. नासा के मैसेंजर मिशन ने सतह पर मौजूद गहरे रंगों को ग्रैफाइट के रूप में पहचाना था. जो कि कार्बन का एक फॉर्म है.
Credit: NASA
बीजिंग के सेंटर फॉर हाई प्रेशर साइंस एंड टेक्नोलॉजी एडवांस रिसर्च में साइंटिस्ट यानहाओ ली ने कहा कि बुध ग्रह के रहस्यों का खुलासा इसके अंदर की परतों और बनावट की स्टडी से ही पता चल पाएगा.
Credit: Dr Yanhao Li
इतनी मात्रा में मौजूद हीरे को धरती पर तो नहीं ला सकते. लेकिन इनकी स्टडी करके बुध ग्रह के बनने और उसके मैग्नेटिक फील्ड की जानकारी हासिल की जा सकती है.
बुध ग्रह की मैग्नेटिक फील्ड यानी चुबंकीय क्षेत्र धरती की तुलना में बेहद कमजोर है. क्योंकि ये ग्रह बेहद छोटा है. भौगोलिक तौर पर एक्टिव नहीं है. इसकी सतह कई जगहों पर गहरे रंग की है.
Credit: NASA
यानहाओ के मुताबिक यह ग्रह अन्य ग्रहों की तरह नहीं बना है. यानी गर्म मैग्मा के पिघलने के बाद. लेकिन बुध ग्रह में यह मैग्मा का समंदर कार्बन और सिलिकेट से भरपूर रहा होगा.
Credit: Dr Yanhao Li
तभी बुध ग्रह की भीतरी सतह पर इतनी भारी मात्रा में सॉलिड हीरे मिले हैं.