Targeted Dreams
अमेरिकी बियर कंपनी कूर्स ने साल 2021 में एक नया विज्ञापन बनाया, जो सपनों में आकर लोगों को उनके ब्रांड की शराब खरीदने के लिए उकसाता है.
कंपनी ने दावा किया कि सोने से ठीक पहले लोग अगर उसका एड देखकर सोएं और उसके बाद पूरी रात एक खास म्यूजिक बजे तो सपनों में उसी कंपनी की शराब दिखेगी.
ये तो पता नहीं लगा कि कितने लोगों ने कूर्स के इस ड्रीम मेनिपुलेशन प्रोजेक्ट में हिस्सा लिया. हालांकि इसके बाद वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक अलर्ट हो गए.
सपने फिलहाल ऐसी चीज हैं, जिसपर किसी का कंट्रोल नहीं. अगर कंपनियां उसपर भी काबू पाने लगें तो इंसान का दिमाग पूरी तरह तहस-नहस हो जाएगा.
हार्वर्ड समेत कई इंटरनेशनल यूनिवर्सिटीज के स्लीप एंड ड्रीम रिसर्चरों ने एक ओपन लेटर लिखकर सपनों में जबरन घुसकर उसे डिजाइन करने के खतरे गिनाए.
तीन साल पहले मेसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने ये टर्म देते हुए कहा कि सपनों में क्या आ रहा है, इसे डिजाइन किया जा सकता है.