मकड़ियां (Spider) एक ऐसी जीव है, जो इंसान का ध्यान हमेशा से खींचती रही हैं.
इनकी कई आंखें और कई टांगें होती हैं, जिसकी वजह से कुछ लोगों को यह डरावनी लगती हैं.
मकड़ियों की एक खूबी यह है कि यह अपने शिकार को पकड़ने के लिए जाल बुनती हैं.
दिलचस्प यह है कि मकड़ियां अपने जाल में खुद नहीं फंसतीं. क्या आपको इसकी वजह पता है?
दरअसल, मकड़कियों के पेट पर कुछ ग्रंथियां होती है, जिससे वे सिल्क जैसा पदार्थ उत्पन्न करती हैं.
इसी पदार्थ का इस्तेमाल करके मकड़ियां महीन जाले बुनती हैं, जिसमें शिकार फंस जाते हैं.
दरअसल, मकड़ियां अपने जाले के कुछ रेशों पर ही चिपकने वाला पदार्थ छोड़ती हैं, सब पर नहीं.
मकड़ियां जाले पर चलते वक्त यह ध्यान रखती हैं कि वो खुद इस चिपचिपे पदार्थ को न छू जाएं.
मकड़ियों को अपने जाले का पैटर्न पता होता है, इसलिए वे चिपचिपे हिस्से से बचकर आगे बढ़ती हैं.
मकड़ियां अपने जाले को टांगों के शीर्ष हिस्से 'टारसी' से छूती हैं, जिस पर नॉन स्टिक कोटिंग होती है.
मकड़ियां की टांगों की बनावट विशेष होती है, जिससे वो जाल पर लटकते हुए चलती हैं और चिपकती नहीं.
अब आप समझ गए होंगे कि आखिर क्यों मकड़ियां अपने जाल में नहीं फंसतीं.