07 Sep 2024
इंसानों ने भेड़ियों का घर बर्बाद किया. या फिर उनके बच्चों को मारा. उत्तर प्रदेश के बहराइच में इसी बात का बदला ले रहे हैं भेड़िये.
वन विभाग के एक पूर्व अधिकारी ने ये संभावना जताई है. मार्च से लगातार बहराइच में भेड़ियों के हमले की घटनाएं हो रही हैं. अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 36 से ज्यादा लोग जख्मी हैं.
पूरा जिला और आसपास का इलाका इस समय भेड़ियों से आतंकित है. लोग डरे हुए हैं. मार्च से हो रहे हमलों में सबसे ज्यादा घटनाएं 17 जुलाई को हुईं.
बहराइच जिले के कतर्नियाघाट वाइल्डलाइफ डिविजन के पूर्वी वन अधिकारी ज्ञान प्रकाश सिंह ने बताया कि अन्य शिकारी जानवरों की तुलना में भेड़ियों में बदला लेने की प्रवृत्ति बहुत ज्यादा होती है.
भेड़ियों के लगातार हो रहे हमले के पीछे वजह इंसान ही है. किसी न किसी तरह से इंसानों ने भेड़ियों को नुकसान पहुंचाया होगा. या तो उनका घर बर्बाद किया होगा. या उनके बच्चों को मारा होगा. इसी का बदला भेड़िये ले रहे हैं.
सिंह इस समय वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के सलाहकार हैं. सिंह ने 25 साल पहले जौनपुर और प्रतापगढ़ की घटना का भी जिक्र किया.
उन्होंने बताया कि उस समय सई नदी के किनारे वाले इलाके में 50 से ज्यादा बच्चों को भेड़ियों ने मारा था. जांच में पता चला था कि उस समय कुछ बच्चों ने भेड़ियों के दो बच्चों को मारा था.
जिसके बाद मारे गए शावकों के माता-पिता भेड़ियों ने इंसानों के बच्चों को मारना शुरू कर दिया था. वन विभाग के लोगों ने उस समय आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने की मुहिम चलाई. कुछ भेड़ियों को पकड़ा. लेकिन दोनों गुस्साए आदमखोर भेड़िये भाग निकले.
फिर बड़े पैमाने पर खोजबीन शुरू की गई. इसके बाद उन्हें पहचान कर गोली मार दी गई. ऐसा ही पैटर्न बहराइच में जनवरी-फरवरी में देखने को मिला. ट्रैक्टर के पहियों के नीचे भेड़ियों के दो बच्चे मारे कुचले गए थे.