ऑस्ट्रेलियन विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड जब 16 साल के थे, तब उन्हें टेस्टिकुलर कैंसर हुआ था.
फुटबॉल खेलते हुए जब उन्हें चोट लगी थी, तब उसके इलाज के लिए वह अस्पताल में थे और उसी वक्त कैंसर के बारे में जानकारी मिली थी.
मैथ्यू वेड का करियर कभी इतना आसान नहीं रहा .साल 2018 में खराब प्रदर्शन की वजह से वह टीम से बाहर कर दिए गए थे.
इस दौरान उन्होंने प्लंबर के तौर पर काफी वक्त तक काम किया.
इसके अलावा वेड ने कारपेंटिंग का कोर्स भी किया.
फिर समय बिताने के लिए वह कार्पेंटर का काम करने लगे थे.
बता दें कि मैथ्यू वेड ने पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 सेमीफाइनल में 17 बॉल में 41 रन बनाए थे.
इस दौरान उन्होंने 4 छक्के, 2 चौके मारे थे.
शाहीन आफरीदी की लगातार 3 बॉल पर 3 छक्के जड़ मैथ्यू वेड सबसे बड़े मैच विनर बनकर उभरे.