22 OCT 2024
Credit: AP, AFP, Reuters
कॉमनवेल्थ गेम्स 2026 में खेलों की संख्या में कमी की गई है, इस कारण भारत की पदक की संभावनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.
23 जुलाई से 2 अगस्त तक ग्लासगो में होने वाले कॉमनवेल्थ के 23वें सीजन में बजट की कमी के कारण केवल 10 खेल शामिल किए जाएंगे.
हॉकी, बैडमिंटन, शूटिंग और कुश्ती जैसे प्रमुख खेल जिनमें भारतीय एथलीटों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है, उन्हें कॉमनवेल्थ से हटा दिया गया है.
भारत ने हॉकी, बैडमिंटन, शूटिंग और कुश्ती में झड़ी लगाकर पदक जीते हैं, लेकिन अब ये आगामी कॉमनवेल्थ सीजन में शामिल नहीं होंगे.
शूटिंग को लॉजिस्टिक कारणों से बर्मिंघम 2022 सीजन से बाहर रखा गया था, इसे बाहर करना भारत के लिहाज से नुकसानदेह है.
भारत ने शूटिंग में 63 गोल्ड सहित 135 मेडल हासिल किए हैं, जिससे यह कॉमनवेल्थ गेम्स में देश के सबसे सफल खेलों में से एक बन गया था. भारत ने कुश्ती की विभिन्न कैटगरी में 114 मेडल्स जीते.
वहीं हॉकी को बाहर करना एक और झटका है. भारत की पुरुष हॉकी टीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन रजत और दो कांस्य पदक जीते, जबकि महिला टीम ने भी तीन पदक जीतकर चमक दिखाई है, जिसमें 2002 में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक भी शामिल है.
वहीं बैडमिंटन में भारत ने पिछले कुछ वर्षों में 31 पदक (10 गोल्ड, 8 सिल्वर, 13 ब्रॉन्ज) जीते, लेकिन अब यह खेल भी कॉमनवेल्थ गेम्स में नहीं होगा.
एथलेटिक्स, तैराकी, ट्रैक साइक्लिंग, भारोत्तोलन, 3x3 बास्केटबॉल, लॉन बॉल्स, नेटबॉल, आर्टिस्टिक जिमनास्टिक, जूडो और मुक्केबाजी वे 10 खेल हैं जिन्हें ग्लासगो कॉमनवेल्थ में शामिल किया गया है.
बैडमिंटन, क्रिकेट, हॉकी, स्क्वैश, टेबल टेनिस, ट्रायथलॉन, कुश्ती, बीच वॉलीबॉल और रग्बी सेवंस बर्मिंघम कॉमनवेल्थ में शामिल रहे वे खेल हैं, जिन्हें ग्लासगो के लिए हटा दिया गया है.