15 NOV 2024
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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 22 नवंबर से शुरू हो रही है. इस सीरीज में विराट कोहली पर बड़ा दारोमदार रहेगा.
कोहली न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में सिर्फ 93 रन बनाए थे. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान पोंटिंग ने विराट कोहली की फॉर्म पर बयान दिया था.
पोंटिंग के बयान पर भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. गंभीर ने कहा था, 'रिकी पोंटिंग का भारतीय क्रिकेट से क्या लेना-देना है. उन्हें ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के बारे में सोचना चाहिए.'
इसके बाद पोटिंग ने भी गंभीर पर पलटवार किया था. पोटिंग ने कहा कि भारत के हेड कोच पहले से ही डरे हुए हैं. पोटिंग ने ये भी कहा कि वो दोनों पहले भी आमने-सामने आ चुके हैं, लेकिन इस बार गंभीर ने मौका देखकर तंज कसा.
अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर ब्रैड हैडिन ने इस मामले पर प्रकाश डाला. हैडिन ने कहा कि उन्हें मालूम है कि इस वाकयुद्ध की वजह क्या है.
हैडिन ने एक पॉडकास्ट में कहा, 'गंभीर एक ऐसे व्यक्ति हैं जो इसे 'हम बनाम वो' मानसिकता के रूप में इस्तेमाल करेंगे. और आप अपने कोच से खिलाड़ियों का साथ देने की उम्मीद करते हैं. उनकी प्रतिक्रिया बहुत तीखी थी.'
हैडिन कहते हैं, 'कोच को इस तरह के परिदृश्य में फंसने की जरूरत नहीं है, जब तक कि उनकी रणनीति 'हम बनाम वो' बनाने की न हो. मुझे पता है कि पीछे की कहानी क्या है. मैं आपको बताता हूं. बस सप्ताह के अंत तक प्रतीक्षा करें. थोड़ी कोहनी, निलंबन और जुर्माना था.'
साल 2008 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दिल्ली में खेले गए तीसरे टेस्ट में गंभीर ने 206 रन की पारी खेली. इस दौरान एक मौके पर गंभीर ने रन लेने के दौरान शेन वॉटसन को कोहनी मार दी.
बाद में ICC ने दोनों खिलाड़ियों को दंडित किया था. गंभीर पर तो एक मैच का प्रतिबंध लगाया. पोंटिंग उस मैच में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान थे.
पोंटिंग ने विराट को लेकर कहा था, 'मैं विराट के बारे में पहले भी बोल चुका हूं. आप महान खिलाड़ियों पर सवाल नहीं उठा सकते. इसमें कोई शक नहीं कि वह महान क्रिकेटर है. उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना पसंद है. ऑस्ट्रेलिया में उसका रिकॉर्ड भी बेहतरीन है. वह इस सीरीज में सब कुछ बदल सकता है.'
पोंटिंग ने कहा, 'मैंने विराट के बारे में एक आंकड़ा पढ़ा. इसमें कहा गया कि पिछले पांच साल में उसने सिर्फ तीन टेस्ट शतक लगाए. यह सही नहीं लगता, लेकिन अगर है तो चिंता की बात है. दुनिया में टॉप लेवल का कोई ऐसा इंटरनेशनल क्रिकेट ऐसा नहीं होगा जिसने पांच साल में इतने कम टेस्ट शतक लगाए हों.'