8 Feb, 2023 By: Aajtak Sports

क्रिकेट पिच कैसे होती है तैयार? कैसे तय होता है टर्न होगी या बाउंस

Photo: Social Media

क्रिकेट में आम तौर 4 तरह की पिचें फ्लैट, हार्ड, रैंक टर्नर और ग्रीन टॉप इस्तेमाल होती हैं.

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फ्लैट और हार्ड पिचों पर बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए अच्छा प्रदर्शन का मौका होता है

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रैंक टर्नर पिच पर स्पिनर्स का जादू चलता है, जबकि ग्रीन टॉप पर पेस बॉलर्स हावी होते हैं. 

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पिच बनाने का दारोमदार क्यूरेटर का होता है, जो आदेश के मुताबिक ही आदर्श पिच बनाता है

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पिच के लिए पहले 3 फीट का गड्ढा खोदा जाता है. जिसमें पत्थर और कोयले डाले जाते हैं

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भारी रोलर चलाने के बाद काली, लाल मिट्टी या मोरंग का भी इस्तेमाल किया जाता है

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90% रेत और 10% मिट्टी के मिश्रण से प्लेटिंग तैयार की जाती है, रोलर से इसे समतल करते हैं

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इसके बाद काली या लाल मिट्टी से लेयर बनाई जाती है, 2 इंच की जगह बचने पर घास उगाते हैं

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यहीं तय होता है कि पिच किस तरह की बनानी है, यानी गेंदबाजों को फायदा हो या बल्लेबाजों को

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पिच का pH वैल्यू 630 से 730 के बीच रखा जाता है, यही आदर्श पिच भी मानी जाती है