अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने प्लेइंग कंडीशन्स में बड़े बदलाव किए हैं. ये बदलाव इंटरनेशनल क्रिकेट में प्रभावी हो गए हैं.
1. अब नए नियम मुताबिक स्टंपिंग चेक के दौरान तीसरा अंपायर कॉट बिहाइंड चेक नहीं कर पाएगा. पहले ये होता था कि विपक्षी टीम यदि किसी बल्लेबाज के खिलाफ स्टंपिंग की अपील करती थी तो स्टंपिंग के साथ-साथ कॉट बिहाइंड भी चेक किया जाता था.
अब तीसरा अंपायर सिर्फ साइड ऑन रिप्ले को देखकर स्टंपिंग चेक करेगा. यानी अब फील्डिंग टीम को कॉट बिहाइंड की अपील के खिलाफ तीसरे अंपायर की मदद लेनी है तो उन्हें डीआरएस लेना होगा.
2. आईसीसी ने कन्कशन नियम में भी अधिक स्पष्टता ला दी है. नए नियम कहता है कि यदि मैच के दौरान किसी प्लेयर को गेंदबाजी के लिए निलंबित कर दिया गया हो, तो बाद में उसकी जगह कन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर उतरने वाला प्लेयर भी गेंदबाजी नहीं कर पाएगा.
3. आईसीसी ने ऑनफील्ड इंजरी के नियमों में भी बदलाव किया है. अब किसी खिलाड़ी के मैदान पर चोटिल होने पर खेल को 4 मिनट तक ही रोका जा सकता है.
4. अब तीसरे अंपयार के पास फ्रंट फुट के साथ ही बाकी सभी प्रकार की नो-बॉल की जांच करने का भी अधिकार रहेगा.
उधर बीसीसीआई ने पिछले साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान लागू किए गए 'डेड बॉल' और प्रति ओवर दो बाउंसर नियम को इस सीजन के रणजी ट्रॉफी में भी जारी रखने का फैसला किया है.