इस समय स्वीप और रिवर्स स्वीप शॉट को लेकर बहस हो रही है. दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ऐसे ही शॉट खेल अपना विकेट गंवा बैठे.
PIC: Getty imagesस्वीप मारते समय बल्लेबाज एक पैर को आगे ले जाता है और दूसरे घुटने का उपयोग करके खुद को संभालता है.
इस दौरान ये ध्यान रखना चाहिए कि आप फ्रंट फुट पर ज्यादा न हो क्योंकि इससे स्टंप आउट का भी खतरा रहता है.
स्वीप शॉट के लिए टाइमिंग जरूरी है. स्वीप स्पिनर्स की गेंद पर लगाया जाता है क्योंकि आप उनके खिलाफ गेंद की पिच तक पहुंच पाते हैं.
स्वीप शॉट का उल्टा रिवर्स स्वीप है. रिवर्स स्वीप बल्लेबाज उस समय खेलता है जब लेगसाइड में ज्यादा फील्डर रहते हैं.
रिवर्स स्वीप खेलते समय बल्लेबाज का स्टांस या ग्रिप चेंज नहीं होता है. उसी स्टांस में वह रिवर्स स्वीप मारता है.
स्वीप शॉट लेग साइड में खेला जाता है, लेकिन रिवर्स स्वीप ज्यादातर ऑफ में थर्ड मैन या बैकवर्ड प्वाइंट एरिया में मारा जाता है.