10 OCT 2024
Credit: AP, BCCI, JIO
भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरा टी20 मैच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में 9 अक्टूबर को हुआ.
इसे भारतीय टीम ने नीतीश कुमार के ऑलराउंड प्रदर्शन 34 गेंदों पर 74 रन और 23 रन देकर 2 विकेट की बदौलत जीत लिया. वह 'प्लेयर ऑफ द मैच' रहे.
बांग्लादेश की टीम ने टॉस जीता और भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया. जहां भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए 221/9 का स्कोर खड़ा किया.
वहीं इस मुकाबले में रियान पराग की एक गेंद के कारण काफी बवाल हो गया. यह उनकी मैच में बतौर बॉलर पहली और 11वें ओवर की पहली गेंद थी.
दरअसल, रियान पराग ने यह गेंद केदार जाधव स्टाइल में फेंकी. यानी स्लिंग एक्शन से.
लेकिन उन्होंने गेंद फेंकने के लिए पॉपिंग क्रीज का ज्यादा इस्तेमाल करने की कोशिश की, इसी वजह से उन्होंने गेंद भी रिटर्न क्रीज से काफी दूर से फेंक दी.
लेकिन रियान अगली गेंद फेंकते उससे पहले अंपायर अचानक से रुक गए और उनसे एक्शन को लेकर बात करने लगे. जिसके बाद यह नोबॉल करार दी गई.
क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोर्न क्रिकेट क्लब (MCC) द्वारा निर्धारित क्रिकेट के नियमों के नियमों के हिसाब से रूल नंबर 21.5 में इस बारे में जानकारी है.
दरअसल- गेंदबाज का पिछला पैर रिटर्न क्रीज के भीतर ही आना चाहिए और उसे छूना नहीं चाहिए, जो कि गेंद को फेंकने के तरीके से संबंधित है, यानी की पॉपिंग क्रीज के पीछे.
वहीं गेंदबाज के छोर का अंपायर इन चीजों से अगर संतुष्ट नहीं हाता है तो उसे नो बॉल का संकेत देना चाहिए.
इसका मतलब है कि जिस समय पराग का पिछला पैर उसके बाएं तरफ सफेद लाइन से आगे बढ़ा, वह नो बॉल होने जा रही थी.
पराग का पैर न केवल इस लाइन बाहर पड़ा, बल्कि पिच के बाहर भी पड़ा. अंपायर को कुछ देर इसे देखना करनी पड़ी, अंततः इसे नो-बॉल के रूप में करार दिया गया.
रियान पराग ने मैच में एक विकेट झटका और बल्ले से 6 गेंदों पर 15 रनों की धांसू पारी खेली.