20 मार्च 2024
Credit: BCCI, IPL, AFP
आईपीएल में आज तक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की टीम कोई खिताबी मुकाबला नहीं जीत सकी है.
हालांकि RCB की टीम तीन बार 2009, 2011 और 2016 में फाइनल में पहुंची है, पर खिताबी मुकाबला जीतने से चूक गई.
वहीं आईपीएल में RCB से खेलने वाले कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने जैसे ही इस टीम का साथ छोड़ा. उनके आते ही दूसरी टीम चैम्पियन बन गई. ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं.
युवराज सिंह को 2014 में RCB ने 14 करोड़ की कीमत में खरीदा था. लेकिन उसी साल उनको रिलीज कर दिया गया. 2015 में युवराज दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेले.
फिर एक साल बाद युवराज ने सनराइजर्स हैदराबाद को ज्वाइन किया, जहां वो डेविड वॉर्नर की कप्तानी में आईपीएल 2016 का खिताबी मुकाबला जीतने वाली टीम में शामिल थे. वहीं युवराज 2019 में आईपीएल जीतने वाली मुंबई के स्क्वॉड में भी थे. पर वो तब फाइनल में नहीं खेले थे.
क्विंटन डी कॉक 2018 के मेगा ऑक्शन के बाद RCB में शामिल हुए, लेकिन 2019 में उनको RCB ने मुंबई के साथ ट्रेड कर दिया.
इसके बाद जब मुंबई ने 2019 और 2020 में आईपीएल ट्रॉफी जीती तो उनका प्रदर्शन शानदार रहा. वर्तमान में डी कॉक लखनऊ सुपर जायंट्स का हिस्सा हैं.
शेन वॉटसन RCB में आईपीएल 2016 के ऑक्शन के बाद साढ़े नौ करोड़ की कीमत में शामिल हुए थे. वो दो साल तक टीम में रहे. चेन्नई ने 2018 में उनको 4 करोड़ रुपए में खरीदा. इसके बाद 2018 आईपीएल फाइनल में शतक जड़कर CSK को जिता दिया.
पार्थिव पटेल भी कुछ साल RCB के साथ रहे. 2014 में उन्होंने यह फ्रेंचाइजी पहली बार ज्वाइन की. फिर वो 2015 से 2017 के बीच मुंबई इंडियंस में चले गए.
इस दौरान वो दो बार (2015) चैम्पियन बनने वाली मुंबई इंडियंस टीम में रहे. 2018 के मेगा ऑक्शन में वो एक बार फिर RCB में आ गए. 2020 में पार्थिव ने आईपीएल से रिटायरमेंट ले लिया.
जैक्स कैलिस 2008 से 2010 के बीच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम में शामिल थे. फिर 2011 में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने उनको खरीद लिया. 2012 में जब KKR चैम्पियन बनी तो वो उस टीम में शामिल थे.