7 टेस्ट और 25 वनडे खेलने वाले कीर्ति आजाद ने राजनीति में एंट्री मारकर पहली बार बिहार के दरभंगा से लोकसभा चुनाव जीता था.
दिवंगत चेतन चौहान भी क्रिकेट के बाद राजनीति के क्षेत्र में उतरे थे. वह उत्तर प्रदेश सरकार में खेल मंत्री भी रहे.
क्रिकेटर से राजनेता बनने वाली लिस्ट में सबसे बड़ा नाम नवजोत सिंह सिद्धू का है. फिलहाल सिद्धू पंजाब में जारी राजनीतिक उठापटक की वजह से चर्चा में हैं.
पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने क्रिकेट के बाद राजनीति का रास्ता चुना. अजहर ने राजनीति में आने के लिए कांग्रेस का दामन थामा था.
क्रिकेट की पिच से संन्यास लेने के बाद गौतम गंभीर भी राजनीति के मैदान में उतरे. वह साल 2019 में बीजेपी के टिकट पर संसद पहुंचे.
मोहम्मद कैफ ने कांग्रेस के टिकट पर राजनीति में अपना हाथ आज़माया. इन्होंने साल 2014 में UP के फूलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा था.
विनोद कांबली 2009 में लोक भारती पार्टी से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ा था. लेकिन इस मोर्चे पर उन्हें निराशा हाथ लगी.
आईपीएल फिक्सिंग के कारण समय से पहले खत्म होने वाले क्रिकेट करियर के बाद श्रीसंत ने केरल में बीजेपी की टिकट से 2016 में विधानसभा चुनाव लड़ा.
मंसूर अली खान पटौदी महज 21 वर्ष की आयु में भारत की टेस्ट टीम के कप्तान बन गए थे. क्रिकेट में जलवे बिखेरने वाले मंसूर ने बाद में राजनीति में भी अपना हाथ आजमाया.