20 DEC 2024
पृथ्वी शॉ को विजय हजारे ट्रॉफी की टीम से बाहर किया गया, इस पर मुंबई क्रिकेट संघ (MCA) ने प्रतिक्रिया दी है.
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MCA ने कहा कि वह लगातार अनुशासन तोड़ता रहा है और वह अपना दुश्मन खुद ही है.
एमसीए के एक सीनियर अधिकारी ने 'पीटीआई' से कहा कि खराब फिटनेस, एटीट्यूड और अनुशासन के कारण कई बार टीम को मैदान पर उसे छिपाने पर मजबूर होना पड़ता था.
शॉ ने 16 सदस्यीय विजय हजारे ट्रॉफी टीम में जगह नहीं मिलने पर सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये गुस्सा निकाला था. वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीतने वाली मुंबई टीम का हिस्सा थे.
इस अधिकारी ने कहा- सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हम दस फील्डरों के साथ खेल रहे थे, क्योंकि शॉ को छिपाना पड़ता था. गेंद उसके पास से निकल जाती थी और वह पकड़ नहीं पाता था.
उन्होंने कहा- बल्लेबाजी के दौरान भी उसे गेंद तक पहुंचने में दिक्कत हो रही थी. उसकी फिटनेस, अनुशासन और रवैया खराब है.
वह बोले- अलग-अलग खिलाड़ी के लिए अलग नियम नहीं हो सकते. टीम में सीनियर खिलाड़ी भी उसके रवैये की शिकायत करने लगे थे.
MCA अधिकारी ने दावा किया कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान शॉ नियमित तौर पर प्रैक्टिस सेशन से गायब रहे और पूरी रात बाहर रहने के बाद सुबह छह बजे टीम होटल पहुंचते थे.
इस अधिकारी ने कहा कि मैदान से बाहर की हरकतों के कारण अधिक चर्चा में रहने वाले शॉ अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर रहे हैं और इस तरह की सोशल मीडिया पोस्ट से उनका कुछ भला नहीं होने वाला.
इससे पहले अक्टूबर में मुंबई की रणजी ट्रॉफी टीम से भी शॉ को इन्हीं कारणों से बाहर कर दिया गया था.
शॉ ने पांच टेस्ट, छह वनडे और एक टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला है. 2018 में राजकोट में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में शतक बनाने के बाद उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था.