18 JUL 2024
Credit: PTI, AP
पेरिस ओलंपिक का आयोजन 26 जुलाई से 11 अगस्त तक किया जाएगा. इसको लेकर भारतीय दल तैयारियों में जुटा हैं.
ओलंपिक शुरू होने से पहले भारतीय दल में विवाद की खबरें सामने आई हैं. खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) पर विनेश फोगाट और पीवी सिंधु के लिए पक्षपात का आरोप लगा है.
'द ट्रिब्यून' के मुताबिक पीवी सिंधु ने अपने मेंटॉर प्रकाश पादुकोण को गेम्स विलेज में रहने देने की डिमांड की है. ठीक इसी तरह विनेश फोगाट ने कोच वॉलर अकोस को लेकर यही मांग की है.
फोगाट और सिंधू की खेल मंत्रालय ने उनकी डिमांड को स्वीकार कर लिया है. लेकिन इसकी वजह से बॉक्सिंग टीम के मसाजर विजय कंबोज को खेलगांव से बाहर रहने के लिए कहा गया है. इस बारे में 15 जुलाई को फैसला लिया गया.
उनके रहने के लिए खेल गांव के बाहर होटल में इंतजाम किए जाने की बात सामने आ रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक खेल मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर होने वाली ट्रोलिंग से बचने के लिए यह फैसला लिया है.
टोक्यो ओलंपिक 2020 के दौरान विनेश फोगाट ने फिजियोथेरेपिस्ट नहीं मिलने का आरोप लगाया था.
ओलंपिक शुरू होने से पहले विनेश ने रेसलिंग फेडरेशन पर आरोप लगाया था कि वह चार महिला रेसलर्स के लिए एक भी फिजियोथेरेपिस्ट नहीं दे रहा.
विनेश ने तब दावा किया था कि फिजियोथेरेपिस्ट की अनुपस्थिति उनके पदक जीतने में विफल रहने के पीछे एक मुख्य कारण थी. तब ओलंपिक के दौरान विनेश पर अनुशासनहीनता के भी आरोप लगे थे.
तब यह कहा गया था कि ओलंपिक विलेज में टीम इंडिया के बाकी पहलवानों के साथ ट्रेनिंग करने से मना कर दिया था, वहीं उनके साथ एक फ्लोर पर रहने से मना कर दिया था.
विनेश पर तब ये भी आरोप लगे थे कि उन्होंने चीफ कोच के साथ ट्रेनिंग करने से मना कर दिया था. उन्होंने अपने पर्सनल कोच वॉलर अकोस के साथ ट्रेनिंग करने की बात कही थी.
बाद में जब ओलंपिक खत्म हुआ तो विनेश फोगाट को अस्थाई रूप से सस्पेंड कर दिया गया था.